Avoid applying for loans too often: मल्टीपल लोन इन्क्वायरी का आपके CIBIL स्कोर पर असर

Avoid applying for loans too often: क्या आप जानते हैं कि बार-बार लोन के लिए आवेदन करना आपके वित्तीय भविष्य के लिए कितना हानिकारक हो सकता है? आजकल लोन लेना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गया है। ऑनलाइन लोन ऐप्स, बैंकों की वेबसाइट्स और फाइनेंस कंपनियां आपको मिनटों में लोन ऑफर दिखा देती हैं। ऐसे में कई लोग एक साथ कई जगहों पर लोन के लिए इन्क्वायरी करते हैं, यह सोचकर कि शायद कहीं से तो मिल ही जाएगा। लेकिन क्या आपको पता है कि एक साथ कई जगहों पर लोन इन्क्वायरी करने से आपका CIBIL स्कोर खराब हो सकता है?

इस लेख में, हम आपको बार-बार लोन आवेदन करने से होने वाले नुकसान के बारे में आसान भाषा में समझाएंगे और यह भी जानेंगे कि आप कैसे मल्टीपल लोन इन्क्वायरी से अपने CIBIL स्कोर को बचा सकते हैं।

मल्टीपल लोन इन्क्वायरी क्या होती है?

जब आप किसी बैंक या फाइनेंस कंपनी में लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो वे आपका क्रेडिट स्कोर चेक करती हैं। इसे हार्ड इन्क्वायरी कहा जाता है। अगर आप एक ही समय पर कई जगहों पर लोन के लिए अप्लाई करेंगे तो हर जगह से आपका क्रेडिट स्कोर चेक होगा। जितनी ज्यादा बार आपका स्कोर चेक होगा, उतनी ही बार हार्ड इन्क्वायरी आपके CIBIL पर दर्ज होगी।

अगर एक लिमिट से ज्यादा हार्ड इन्क्वायरी होती है तो CIBIL को लगता है कि आप पैसों के लिए ज्यादा डेस्परेट हैं या आप बार-बार लोन ढूंढ रहे हैं। इससे आपका स्कोर कम हो सकता है और आगे लोन मिलने में मुश्किल आ सकती है।

मल्टीपल इन्क्वायरी से क्या नुकसान होता है?

बार-बार लोन आवेदन करने से सिर्फ आपका समय ही बर्बाद नहीं होता, बल्कि इसके कई गंभीर वित्तीय परिणाम भी हो सकते हैं:

  1. CIBIL स्कोर घट सकता है: जैसा कि हमने बताया, बार-बार इन्क्वायरी से आपके क्रेडिट स्कोर में गिरावट आती है। CIBIL स्कोर आपकी वित्तीय सेहत का आईना होता है। बैंक और वित्तीय संस्थान इसी स्कोर के आधार पर तय करते हैं कि आपको लोन देना है या नहीं। यदि आपका स्कोर कम होता है, तो अच्छे लोन ऑफर मिलना मुश्किल हो जाता है।
  2. लोन अप्रूवल में दिक्कत: जब बैंक देखते हैं कि आपने कई जगह लोन के लिए अप्लाई किया है तो उन्हें आप पर शक हो सकता है कि आप रिपेमेंट में कमजोर हो सकते हैं। वे सोचते हैं कि आप एक ही लोन के लिए इतने सारे आवेदन क्यों कर रहे हैं? कहीं आपके पास पहले से ही बहुत सारे कर्ज तो नहीं हैं? यह संदेह आपके लोन आवेदन को रिजेक्ट करवा सकता है।
  3. इंटरेस्ट रेट ज्यादा लग सकता है: खराब CIBIL वालों को कई बार ज्यादा ब्याज दर पर लोन दिया जाता है। इसका मतलब है कि आपको समान राशि के लिए दूसरों की तुलना में अधिक पैसा चुकाना होगा। यह आपकी जेब पर एक अतिरिक्त बोझ होगा और आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करना कठिन बना देगा।
  4. असुरक्षा बढ़ती है: अगर आपको बैंक या प्रतिष्ठित फाइनेंस कंपनी से लोन नहीं मिल पाता, तो लोग अक्सर गैर-मान्यता प्राप्त या अनैतिक स्रोतों से लोन लेने पर विचार करते हैं। ऐसे स्रोत अक्सर बहुत अधिक ब्याज दर वसूलते हैं और उनके नियम व शर्तें अस्पष्ट होती हैं, जिससे आप और भी मुश्किल में पड़ सकते हैं। ऐसे में आपकी वित्तीय असुरक्षा और भी बढ़ जाती है।

मल्टीपल लोन इन्क्वायरी से कैसे बचें?

अपने CIBIL स्कोर को सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि यही आपकी वित्तीय पहचान बनाता है। यहां कुछ आसान तरीके दिए गए हैं जिनसे आप बार-बार इन्क्वायरी से अपने CIBIL को बचा सकते हैं:

  1. पहले एलिजिबिलिटी जरूर चेक करें: बिना एलिजिबिलिटी चेक किए तुरंत लोन अप्लाई न करें। हर बैंक और ऐप की अपनी एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया होते हैं, जैसे आपकी सैलरी, आयु, काम का अनुभव, आदि। अगर आप इन शर्तों पर खरे नहीं उतरते तो अप्लाई करने का कोई मतलब नहीं है। इससे सिर्फ आपकी हार्ड इन्क्वायरी बेकार जाएगी और आपका CIBIL स्कोर प्रभावित होगा। इसलिए, आवेदन करने से पहले सुनिश्चित करें कि आप बैंक द्वारा निर्धारित सभी शर्तों को पूरा करते हैं। उनकी वेबसाइट पर या कस्टमर केयर से संपर्क करके आप अपनी एलिजिबिलिटी के बारे में जान सकते हैं।
  2. प्री-अप्रूव्ड लोन ऑफर का फायदा उठाएं: अगर बैंक आपको पहले से प्री-अप्रूव्ड लोन ऑफर देता है तो उसमें आपका स्कोर हार्ड चेक नहीं होता। इसलिए ऐसे ऑफर पर ध्यान दें। कई बार बैंक आपके अकाउंट में ट्रांजेक्शन के हिसाब से पहले से लिमिट तय कर देते हैं। प्री-अप्रूव्ड ऑफर का मतलब है कि बैंक ने पहले ही आपकी क्रेडिट हिस्ट्री का मूल्यांकन कर लिया है और आपको लोन देने के लिए तैयार हैं। इससे आपका समय और CIBIL स्कोर दोनों बचते हैं।
  3. कंपेरिजन वेबसाइट पर सॉफ्ट चेक करें: आजकल कई वेबसाइट्स और ऐप आपको सॉफ्ट चेक की सुविधा देते हैं। इसमें आप बिना हार्ड इन्क्वायरी के ही देख सकते हैं कि आपको कितनी लोन लिमिट मिल सकती है। सॉफ्ट इन्क्वायरी से आपका CIBIL स्कोर खराब नहीं होता। ये वेबसाइट्स आपको अलग-अलग बैंकों और फाइनेंस कंपनियों के लोन ऑफर्स की तुलना करने में मदद करती हैं, जिससे आप अपनी जरूरतों के हिसाब से सबसे अच्छा विकल्प चुन सकते हैं। हमेशा विश्वसनीय और प्रतिष्ठित कंपेरिजन वेबसाइट्स का ही उपयोग करें।
  4. एक ही लोन के लिए मल्टीपल जगह अप्लाई न करें: कई लोग सोचते हैं कि ज्यादा जगह अप्लाई करने से जल्दी लोन मिल जाएगा, लेकिन इससे नुकसान ज्यादा होता है। इसलिए एक भरोसेमंद बैंक या ऐप चुनें और उसी में पूरी जानकारी देकर अप्लाई करें। एक ही समय में कई बैंकों में आवेदन करने से बचें। यदि आपको एक बैंक से अप्रूवल नहीं मिलता है, तो दूसरे बैंक में आवेदन करने से पहले अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की समीक्षा करें और उन कारणों को समझें जिनकी वजह से आपका पहला आवेदन अस्वीकृत हुआ था।
  5. रिपेमेंट हिस्ट्री अच्छी रखें: अगर आपने पहले से कोई लोन या क्रेडिट कार्ड लिया है तो उसकी EMI और बिल समय पर भरें। इससे बैंक को भरोसा होगा कि आप एक अच्छे paymaster हैं। ऐसे में एक-दो इन्क्वायरी से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। आपकी अच्छी रिपेमेंट हिस्ट्री यह दर्शाती है कि आप एक जिम्मेदार उधारकर्ता हैं और समय पर अपने भुगतानों को पूरा करते हैं। यह बैंकों को आप पर भरोसा करने के लिए प्रोत्साहित करता है और आपके CIBIL स्कोर को मजबूत बनाता है।
  6. CIBIL रिपोर्ट समय-समय पर चेक करें: कई बार आपका स्कोर गलत इन्क्वायरी या पुराने लोन के गलत अपडेट की वजह से भी घट सकता है। इसलिए अपनी CIBIL रिपोर्ट हर 6 महीने में चेक करें। कोई गलती दिखे तो तुरंत डिस्प्यूट दर्ज कर ठीक करवाएं। अपनी CIBIL रिपोर्ट को नियमित रूप से चेक करना आपको किसी भी अनधिकृत गतिविधि या गलतियों का पता लगाने में मदद करता है जो आपके स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती हैं। यदि आप कोई विसंगति पाते हैं, तो तुरंत CIBIL ब्यूरो से संपर्क करें और उसे ठीक करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।

मल्टीपल इन्क्वायरी से जुड़ी कुछ मिथ्स

लोन इन्क्वायरी के बारे में कुछ गलत धारणाएं हैं जिन्हें स्पष्ट करना जरूरी है:

  • मिथ 1: लोग सोचते हैं कि हर बार लोन की ब्याज दर पूछने से स्कोर घटता है। सच ये है कि जब आप सिर्फ ऑफर देखते हैं तो सॉफ्ट इन्क्वायरी होती है और उसका कोई नुकसान नहीं होता। बैंक या फाइनेंस कंपनी से लोन के नियमों और शर्तों के बारे में जानकारी लेने से आपका CIBIL स्कोर प्रभावित नहीं होता है।
  • मिथ 2: कुछ लोग मानते हैं कि बार-बार इन्क्वायरी से स्कोर तुरंत बहुत गिर जाता है। सच ये है कि थोड़ी-बहुत गिरावट होती है लेकिन ज्यादा बार करने पर फर्क दिखता है। एक या दो हार्ड इन्क्वायरी का प्रभाव कम होता है, लेकिन जब यह संख्या बढ़ जाती है, तो इसका नकारात्मक प्रभाव अधिक स्पष्ट हो जाता है।
  • मिथ 3: एक ही बैंक में बार-बार पूछने से स्कोर नहीं घटेगा – ये गलत है। बैंक में भी हर बार हार्ड चेक से स्कोर घट सकता है। हर हार्ड इन्क्वायरी, चाहे वह एक ही बैंक द्वारा की गई हो या अलग-अलग बैंकों द्वारा, आपके CIBIL रिपोर्ट पर दर्ज होती है और आपके स्कोर को प्रभावित करती है।

ध्यान रखने लायक बातें

लोन आवेदन करते समय कुछ अतिरिक्त बातों का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है:

  • किसी भी लोन एजेंट पर भरोसा न करें जो कहे कि वह स्कोर चेक नहीं करेगा। हमेशा याद रखें कि कोई भी वैध लोन प्रदाता आपके क्रेडिट स्कोर को चेक किए बिना आपको लोन नहीं देगा। ऐसे दावों से सावधान रहें क्योंकि वे अक्सर धोखाधड़ी या अनैतिक प्रथाओं के संकेत होते हैं।
  • ऑनलाइन फेक ऐप से दूर रहें। कई बार आपको मल्टीपल बैंक्स में अप्लाई करवा देते हैं। केवल विश्वसनीय और प्रमाणित ऑनलाइन लोन ऐप्स या बैंकों की आधिकारिक वेबसाइट्स का ही उपयोग करें। किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी समीक्षाएं और रेटिंग्स जांच लें।
  • हर बैंक से EMI और इंटरेस्ट रेट की पूरी जानकारी लेकर ही फाइनल अप्लाई करें। लोन लेने से पहले सभी नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ें और समझें। सुनिश्चित करें कि आप मासिक किस्त (EMI) और कुल ब्याज के बारे में पूरी तरह से अवगत हैं। किसी भी छिपे हुए शुल्क या शर्तों के बारे में सवाल पूछने में संकोच न करें।

निष्कर्ष (Conclusion)

मल्टीपल लोन इन्क्वायरी से CIBIL स्कोर को बचाना बहुत जरूरी है क्योंकि CIBIL स्कोर ही आपकी फाइनेंशियल इमेज बनाता है। जब भी लोन की जरूरत हो, सोच-समझ कर एक सही तरीका अपनाएं। एलिजिबिलिटी जरूर देखें, प्री-अप्रूव्ड ऑफर का फायदा लें, सॉफ्ट इन्क्वायरी का इस्तेमाल करें और सबसे जरूरी – EMI और क्रेडिट बिल समय पर भरें। अगर आप ये सब बातों का ध्यान रखेंगे तो आपका CIBIL स्कोर सुरक्षित रहेगा और आपको सही समय पर सही लोन आसानी से मिल पाएगा।

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